"तुम मिले तो"
मिले तुम जहाँ पर
सफ़र एक नया
शुरू हो गया
मिलन हम दोनों का
एक पर एक ग्यारह
सा हो गया
हम एक अकेले थे
तुम मिले तो
मेरा प्रभाव दस
गुना सा हो गया
बिना इज़ाज़त के
तुम्हारे अब तो चलना
मुश्किल हो गया
नए मिलन से तुम्हारे
नए लक्ष्य से
मुकाबला हो गया
रचयिता
शिवम अन्तापुरिया
उत्तर प्रदेश
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