Monday, September 2, 2019

ऐसी कोशिश न कर

एक घर जला है गर
तो दूसरा जलाने की तुम कोशिश न करो,?
कारण भी हो फ़िर भी किसी को विद्रोह की आग 🔥 में झोंकने की कोशिश न करो¿

हजारों शामें भी साहब!सुबह में तब्दील होती हैं ...
मुसीबतें कितनी भी हों यारों एक दिन फेल होतीं हैं ...

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