I am a Poet & Writer . मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I मुझे लिखने में मज़ा आता है , धन्यबाद I
एक घर जला है गर तो दूसरा जलाने की तुम कोशिश न करो,? कारण भी हो फ़िर भी किसी को विद्रोह की आग 🔥 में झोंकने की कोशिश न करो¿
हजारों शामें भी साहब!सुबह में तब्दील होती हैं ... मुसीबतें कितनी भी हों यारों एक दिन फेल होतीं हैं ...
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