I am a Poet & Writer . मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I मुझे लिखने में मज़ा आता है , धन्यबाद I
शिवम अन्तापुरिया के दोहे
1- वो अधूरे रह गए तकते रहे जो संग । वो तो आगे बढ़ गए जिन पर कसते रहे वो तंज ।।
2- तीन सवारी देख कर साहब ने जुर्माना दिया लगाए शिवम उनका क्या करें जिसने अस्सी सीट के डिब्बे में दो सौ टिकटें दईं बनाए
शिवम अन्तापुरिया
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