बावरा है
गुमसुम क्यों रहता है
मन बावरा
देखे किसी को भी
न बुलाए बावरा
चल साथ तेरे हम
रहते हैं रोज़
मेरे यारा
गुमसुम क्यों रहता है
मन बावरा
है अब हँसता नहीं
मेरा लाडला
चल रहा है आख़िर
किससे मुकाबला
न हँसता न बोले
ये मन बावरा
क्या प्यासा है
क्यों उदासा है
ये बावरा
शिवम अन्तापुरिया
उत्तर प्रदेश
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