Thursday, September 26, 2019

बावरा है

बावरा है

गुमसुम क्यों रहता है
     मन बावरा
देखे किसी को भी
न बुलाए बावरा
चल साथ तेरे हम
  रहते हैं रोज़
  मेरे यारा
गुमसुम क्यों रहता है
    मन बावरा
है अब हँसता नहीं
   मेरा लाडला
चल रहा है आख़िर
किससे मुकाबला
न हँसता न बोले
  ये मन बावरा
  क्या प्यासा है
  क्यों उदासा है
    ये बावरा

शिवम अन्तापुरिया
   उत्तर प्रदेश

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