I am a Poet & Writer .
मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I
मुझे लिखने में मज़ा आता है ,
धन्यबाद I
Wednesday, July 17, 2019
छन्द
एक छ्न्द समर्पित है
इश्क मोहब्बत नाम लिए चहुँ ओर फ़िरे ये बने से ठने
घोर घनघोर देख ये लता सी छटा डूब चाह में वो गये
दिन चार बीत और आठ गए न प्रेम मिलन भी आज भये
मन मन्द भयो तन सुन्न भयो उनको देखन को नैना तरस गये
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