Thursday, July 18, 2019

साहब

साहब!
ये भी बता दू प्यार अपनी जगह है
संस्कार अपनी जगह है

प्यार को संस्कार की जगह नहीं दे सकते
शिवम अन्तापुरिया

कोई अक्सर मुझसे मिलकर दूर हो जाता है..
पता नहीं क्या उसके मन में ख्याल आता है..
शिवम अन्तापुरिया

मैं सफ़ेद कोट से भी लड़ा हूँ
काले कोट से भी लड़ा हूँ
यहाँ तक की जिंदगी और मौत से भी लड़ा हूँ...

शिवम अन्तापुरिया

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