"श्याम बनू तेरा"
तू राधा बन मेरी,
मैं श्याम बनू तेरा
तुम प्रेम के शब्दों में,
इतिहास बनो मेरा
वो बन्शी का बज़ना
दिल का भी मचल उठना
मैं काॅल करूँ तुमको
तुम फ़ोन बनो मेरा
मेरे दिल की धड़कन को
तेरा दिल दिल ही जानेगा
मैं करता हूँ बसर कैसे
ये तू भी न मानेगा
_...शिवम अन्तापुरिया
उत्तर प्रदेश
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