हाइकु
1-
मैं चला तू चला
संग चला और
चलता गया
वक्त ने करवट
क्या ली
तू तो छूट गया
2- मोहब्बत ही जन्म है मेरी
और मोहब्बत से जंग है तेरी
3- राहें हजारों थी
तुम्हें चुननी एक थी
4- हर मोड़ पर वो
खड़े थे
मगर हम मिले न थे
5- मुझे अब खुद ही
खुद से दूर होना है
युवा कवि/लेखक
~ शिवम अन्तापुरिया
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