I am a Poet & Writer . मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I मुझे लिखने में मज़ा आता है , धन्यबाद I
जालिमो की नगरी में अन्जान जाए कैसे जो खुद से ही रूठा हो उसे खुश किया जाए कैसे
शिवम अन्तापुरिया
No comments:
Post a Comment