" तेरे हो गए "
तेरे लिए हम तेरे हो गए हैं
मोहब्बत में तेरे दफन हो गए हैं
दीयों का साया सारे जहाँ में
तुम्हारे लिए ये अमर हो गया है
मोहब्बत में तेरे छलके जो आशूँ
मोहब्बत का तेरी यही सिलसिला है
तेरे लिए...
नफरत की डालों पर बैठे परिन्दे
उनको उङाना कठिन हो गया है
"अन्तापुरिया"
देखा था तुमको पहले जब मैंने
लगा रेतों में जैसे चमन खिल गए हों
तुझमें देखी अजब सी जब चाहत
लगा चाहत में तेरी दफन हो गए हो
तेरे लिए हम तेरे हो गए हैं...
~ शिवम यादव अन्तापुरिया
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