I am a Poet & Writer . मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I मुझे लिखने में मज़ा आता है , धन्यबाद I
ऐ शिवम इस प्यार को खुलेबाजार न कर वो जैसा है बना रहने दे तू तो जरा लिहाज कर
No comments:
Post a Comment