I am a Poet & Writer .
मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I
मुझे लिखने में मज़ा आता है ,
धन्यबाद I
Saturday, June 15, 2019
मुश्किलों में कोई दोस्त
दरम्यान नहीं आए
और तुम्हें गर अब भी
समझ नहीं आए।
साहब!
तो बस समझ लेना
तुम्हारा दिमाग एक
बंद कमरा है
जिसमें ईश्वर ने कोई
दऱ़वाजे नहीं लगाए।।
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