Saturday, June 15, 2019

वो चाहत का मेरी
आशियाना बना दे
मोहब्बत से दिल की
महफ़िल सजा दे

मैं था अधूरा उन
वादियो में अब
जरा महकता हुआ
मुझको उपवन बना दे

~•शिवम अन्तापुरिया

~क्या है दुश्मनी तेरी
ये मुझसे इस जहाँ में अब
तू मुझको मार सकती है
मैं तुझसे जीत सकता हूँ

हिमाकत की फ़िजाओ में
  मैं रहने लगा हूँ अब
अदाओ से भरी दुनियां से
मैं डरने लगा हूँ अब

शिवम अन्तापुरियाhttps://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/shivam-antapuriya-hisse-men-maanhttps://shivamantapuriya.blogspot.com/2019/01/blog-post_45.htmlवो चाहत का मेरी
आशियाना बना दे
मोहब्बत से दिल की
महफ़िल सजा दे

मैं था अधूरा उन
वादियो में अब
जरा महकता हुआ
मुझको उपवन बना दे

~ शिवम अन्तापुरियाकैसन लागी मेरे इश्क की झङियाँ ।
    सुनो मेरी रनियाँ-सुनो मेरी रनियाँ ।।
प्यार में तेरे मर मिट जाएँ
       बिना तुहरे हम जी भी न पाएँ,
कब तू बनैलू हमरी दुल्हनियाँ-2
सुनो मेरी रनियाँ-सुनो मेरी रनियाँ......
बफाई मेरे रंग रंग में बसी है
      तेरे बिना जीना न जिंदगी है..
तेरे बिना कैसे लूँ अंगडाइयाँ-2
सुनो मेरी रनियाँ-सुनो मेरी रनियाँ....
प्यार मेरा लिए बैठा इश्क की कहानियाँ
तू अनजान क्यों बने मेरी रनियाँ..
सुनो मेरी रनियाँ-सुनो मेरी रनियाँ...
कैसन लागी मेरे इश्क की झङियाँ ।
सुनो मेरी रनियाँ-सुनो मेरी रनियाँ ।।
लेखक/कवि/शायर
    शिवम यादव अन्तापुरियाhttps://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/shivam-antapuriya-shayariबहुत बढ़े बहुत बढ़े राज़ दिल में दफ़ना रखे हैं,
इसीलिए तूफ़ानो में चिराग जला रखे हैं,
शिवम अन्तापुरियातू मुझसे दूर इतनी है
मैं तेरे पास रहता हूँ,
मैं भली और भाँति कहता हूँ,
मैं तेरे दिल में रहता हूँ,
शिवम अन्तापुरियातुम्हें सौगंध है उन ताबूतों जिन्होंने जानें गँवाईं है।
छोड़कर घर वार भी अपना,जिन्होंने सरहदे सजाईं  हैं।।
शिवम अन्तापुरियाhttps://myhindiweb.blogspot.com/2019/05/blog-po

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