रचना अच्छी लगे तो कवि का नाम हटाए बिना *शेयर करें*
*नेताओं के योग पर व्यंग्य*
*योग बना ढोंग*
लिखने को जी अकुलाया है
तब ये कदम उठाया है
पहनी टोपी नेता बन गए
योग दिवस मनवाया है
योगासन करते हुए
जो कैमरा में कैद हो गए
क्या रोज़ यही नियम बनाया है
देश का अन्नदाता बीमार,लाचार
क्या उसको भी स्वस्थ रखने का
कोई नियम बनाया है
पहनी टोपी नेता बन गए
योग दिवस मनवाया है
देख हालात किसानों के
मेरा दिल घबराया है
तभी आज़ मैनें नेताओ
पर ये प्रश्न उठाया है
बैठे योगासन फोटो खिंच गया
तो क्या निरोगी हो गए तुम
अगर रोज़ योगासन करते हो
तो नेताओ कैसे रोगी हो गए तुम
हर नेताओं के घर में
एक न एक बीमारी पलती है
गौर करो गर योगासन करते हों
तो क्यों विदेशों से दवाई चलती है
ये जनता को दिखावा है
ये भीे एक छलावा है
युवा कवि/लेखक
*शिवम अन्तापुरिया*
*उत्तर प्रदेश भारत*
*सर्वाधिकार सुरक्षित*
9454434161
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