"ऐसे वीर हैं"
हाथ उठाकर चले जीतने
भारत माँ के दुश्मन से
सदा सत्य पर अडिग हैं
रहते ऐसे वीर हैं भारत के
भारत माँ के मस्तक को
ऊँचा हमको रखना है
दुश्मन के हर मन्सूबे को
लाश समान ही रखना है
जीना चाहता है धरती पर
तो फ़िर सबक सीख ले तू
क्या हश्र हुआ था भटकल
का याद जरा सा करले तू
शिवम अन्तापुरिया
कानपुर उत्तर प्रदेश
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