Friday, March 20, 2020

कभी कभी

कभी-कभी ऐसे अवसर आते हैं !
कि
लिखने को शब्द नहीं मिल पाते हैं !!

शिवम अन्तापुरिया

गर माँ की ममताओं का भण्डार खतम हो जाएगा 
सच कहता हूँ इस दुनियाँ में भूचाल सा आ जाएगा 

शिवम अन्तापुरिया

ये सियासत तेरे बिन न कर पाऊँगा 
तू शराब है ये नशा मैं न कर पाऊँगा 

शिवम अन्तापुरिया

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