Friday, February 7, 2020

आवाज़ दे दे

"आवाज दे दे"

रहें साथ मेरे सदा साथ दें वो 
नज़र ये मिले या कभी न मिलें वो
सफ़र जिंदगी का एक तेरा मेरा 
जाओ जहाँ तुम दिखे चेहरा मेरा 

  जिंदगी फ़कत में होना यही है 
मुझे तुमको अब यूँ खोना नहीं है
 चले जाओ तुम अब दूर हमसे 
   यादों में तेरे जीना यहीं है 

कोई दिल के लफ्जों को 
   एक आवाज़ दे दे 
ऐसे किसे अपनी जिंदगी का 
   हम हकदार कह दें 

   रचयिता 
शिवम अन्तापुरिया 
कानपुर उत्तर प्रदेश

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