136- दूर रह इश्क में तू बेखौफ मारा जाएगा
उसे तो इश्क है
तेरा दिल धङकता रह जाएगा,
137- इश्क में दिल के हजारों रूतबे होते हैं
कभी वो खंजर व शीशे तो कभी
मोहब्बत में डूबे होते हैं,
138- कातिलाना इश्क ये तुझको किसी दिन मारेगा
जिस दिन उसका साथ तेरे शौक पूरा हो जाएगा
139- इश्क के एक्सीडेंट में दिल टूटकर विकलांग हो गया
सफर में साथ था जो दिल वो अब मालामाल हो गया
140- अपनी हर साँस को इश्क में डुबोकर रखना
गर उछल वो गई तो फिर भरोसा न रखना
141- दिल को अब दरिया दिली की
आदत सी हो गई है
लाख गोते खाकर पार करने की
भी हिम्मत हो गई है
142- इस जहाँ में इश्क का हिसाब
मुझे किस किस को देना होगा
साहब!
दिल एक ही है सीने में, न जाने कितनों की साँसे बनना होगा
143- दुआ और उल्फत एक साथ
चेहरे पर उतर आएगी
जिस पर भरोसा किया
गर वो धोखा दे जाएगी
144- कर दे मुझे आजाद अब मैं दूर जाना चाहता हूँ
भर गया है मन ही खुद से बात करना चाहता हूँ
145- मैं हूँ कोशों दूर तुझसे,तू हजारों मील है
दिल धङकता तेरा उधर, मैं इधर बेचैन हूँ
146-
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