Sunday, March 3, 2019

4 -इश्क है उसे

136- दूर रह इश्क में तू बेखौफ मारा जाएगा
उसे तो इश्क है
तेरा दिल धङकता रह जाएगा,

137- इश्क में दिल के हजारों रूतबे होते हैं
कभी वो खंजर व शीशे तो कभी
मोहब्बत में डूबे होते हैं,

138- कातिलाना इश्क ये तुझको किसी दिन मारेगा
जिस दिन उसका साथ तेरे शौक पूरा हो जाएगा

139- इश्क के एक्सीडेंट में दिल टूटकर विकलांग हो गया
सफर में साथ था जो दिल वो अब मालामाल हो गया

140- अपनी हर साँस को इश्क में डुबोकर रखना
गर उछल वो गई तो फिर भरोसा न रखना

141- दिल को अब दरिया दिली की
         आदत सी हो गई है
लाख गोते खाकर पार करने की
भी हिम्मत हो गई है

142- इस जहाँ में इश्क का हिसाब
  मुझे किस किस को देना होगा
साहब!
दिल एक ही है सीने में, न जाने कितनों की साँसे बनना होगा

143- दुआ और उल्फत एक साथ
          चेहरे पर उतर आएगी
  जिस पर भरोसा किया
     गर वो धोखा दे जाएगी

144- कर दे मुझे आजाद अब मैं दूर जाना      चाहता हूँ
भर गया है मन ही खुद से बात करना चाहता हूँ

145- मैं हूँ कोशों दूर तुझसे,तू हजारों मील है
     दिल धङकता तेरा उधर, मैं इधर बेचैन हूँ

146-

No comments:

Post a Comment