मगर गलती से गलतियों को
जिंदगी बनाने की गलती मत करना
शिवम अन्तापुरिया
2- जीते जी जिंदगी अब कहाँ आ गई
लोग समझें तुम्हें नौबतें आ गईं
जख्म एक और दो से न जब मन भरा
सिर पे दुनियाँ की सारी उलझने आ गईं
शिवम अन्तापुरिया
3- जब जुनून हो दिल में तो मन ठहर नहीं सकता l
जो लिखा हो मुकद्दर में उसे कोई छीन नहीं सकता ll
शिवम अन्तापुरिया
4- ये जीवन एक ख्वाबों,ख्यालों,उम्मीदों,मुश्किलों और उलझनों से भरा शहर है l
कुछ तो आराम से जिंदगी जिया करते हैं
बाकी पर तो समस्याओं का कहर है ll
शिवम अन्तापुरिया
5- दिल की मायूसी बहुत कुछ बता जाती है
चेहरे की खामोशी बहुत कुछ जता जाती है
मगर जब कुछ खोने के लिए नहीं होता
तब जिंदगी पाने के लिए बहुत कुछ दिखा जाती है
शिवम अन्तापुरिया
6- कभी तुमसे नहीं रूठे
कभी हमसे नहीं रूठे
नज़ाकत है मेरी ये ही
जमाना भी नहीं रूठे
शिवम अन्तापुरिया
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