Wednesday, July 1, 2020

तेरे बिन थी सूनी गलियाँ

मेरे दिल के हिसाबों में बड़ी मुश्किल बड़ी मुश्किल 
चलो अब तुम बनो मेरी सारी मुश्किलों के हल मुश्किलों के हल 

शिवम अन्तापुरिया

तेरे बिन थी सूनी गलियाँ,नहीं कलियाँ बगीचे में !
तुम आए भरी गलियाँ,खिलीं कलियाँ बगीचे में ! 
बहुत आतीं रहीं यादें मगर सज़दा न हो पाया 
मिलेंगे अब फ़िर हम सब, पुराने से सलीके में !

~ शिवम अन्तापुरिया

तुम्हारे जाने की खबर भी झूठी लगती है 
 हाँ पास आने की तुम्हारी आहट लगती है 

~ @OshayarShivam

वर्षों से माँ-बाप के लहू से सींचा जो बाग जाता है 
साहब! जरा से एक पल में उजड़ सा बाग जाता है 
आज फ़िर से हूकूमत का चेहरा दूसरा देखा मैंने 
चाईना की सरहदों पर जवानों का बहा अब खून जाता है 

~ शिवम अन्तापुरिया 
@yadavakhilesh
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@ErDhananjaysin3कहने के लिए जिंदगी शब्द बहुत छोटा है 
मगर जिंदगी का पहलू बहुत बड़ा होता है 

shivam antapuriyaदिखा कर हाथ की रेखा मुझे अपना बनाओगे 
रूठ कर जा सकोगे न अपना दिल मेरे दिल में सजाओगे 

शिवम अन्तापुरियाबहुत कुछ थे इरादे वो 
नज़र आते हैं आधे वो 

शिवम अन्तापुरियाउतरकर पानी में वो भी 
 नहाने रोज़ जाते हैं !
उम्मीदें तमाम लेकर वो भी 
हमारे पास आते हैं !!

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@anamikamberबहाकर आँखों में आँसू ,तुम्हें क्या ढूँढ पाऊँगा 
जखम में दर्द है जबतक, सुकूँ से सो न पाऊँगा
@anamikamber 
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