" जीवन "
हाँ केसर सा जीवन मिल जाए
तुम बिन फ़ूल कली खिल जाए
इस जीवन की हर बात बात में
यूँ कोयल मृदुल गीतिका गाए
सुन्दर उपवन जीवन का यौवन
चल चित्रों का है घोर समागम
हम मिलते हैं मिलकर रह जाएँ
चारो ओर है सुन्दर सा उपवन
शिवम अन्तापुरिया
उत्तर प्रदेश
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