"चाहता है वो"
तुम्हारे प्यार की रश्में
निभाना चाहता है वो
राह कितनी कठिन भी
हो आना चाहता है वो
तुम्हारे प्यार में घुलकर
मिश्री बनना चाहता है वो
नजर नजरें मिलाकरके
दुआएँ माँगता है वो
तेरी चाहत की नगरी
में घूमना चाहता है वो
हमेशा साथ रहना तुम
हिफ़ाजत चाहता है वो
तुम्हारी हर कहानी में
मोड़ लाना चाहता है वो
रचयिता
~ शिवम अन्तापुरिया
उत्तर प्रदेश