I am a Poet & Writer . मैं काव्य-संग्रह और मुक़्तक लिखता हूँ I मुझे लिखने में मज़ा आता है , धन्यबाद I
हम शेरों के ये घाव होते ही रहते हैं
जिन्हें भरते नहीं वो भर ही जाते हैं
युद्धवंशी हूँ सामर्थ युद्ध का जिगर में है
हाथों में जंजीरें भी हो तो भी लगता है
कि धागों की गिरफ्त में हैं यही तो बहादुरी हम यादवों के फितरत में है
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