अब मेरा भी दिल यहाँ पे बेकरार है
शिवम अन्तापुरिया
जिंदगी है ये बहुत कुछ सीख देती है
लेकिन उस सीख का अनुसरण करने वाला भी
अर्जुन की भाँति होना चाहिए
~ शिवम अन्तापुरिया
शहादत से भरी महफ़िल भगत के नाम मैं लिख दूँ
_जिनसे है मिली आजादी कैसे उन्हें गुमनाम मैं कर दूँ
शिवम अन्तापुरिया
साहब ! कई ऐसी घटनाएँ घट जाती हैं
जो मन को झकझोर जाती हैं
शिवम अन्तापुरिया
मेरी जिंदगी में सदा वो निशाने रहे
हाँ वो हमारे हम उनके दीवाने रहे
जिंदगी में थोड़ा सा फ़र्क ये रहा
वो दिल्ली हम यूपी के दीवाने रहे
शिवम अन्तापुरिया
ये जिंदगी जितनी हँसती-मुस्कुराती हुई दिखती है न, क्योंकि अन्दर से उससे कई गुना ज्यादा दु:खी होती है न शिवम अन्तापुरिया
अपनी दीवार पर उसने मेरा फोटो ही टाँगा था_
_मगर घर वालों ने दो सूखे फ़ूल का माला भी डाला था_
_शिवम अन्तापुरिया
ये जिंदगी एक तन्हाइयों से_
_भरा हुआ झोला है_
_इसे उठाकर जो चल दिया_
_वो चलता ही गया है_
_
_शिवम अन्तापुरिया_
पुरानी यादों के महल आज खाक कर दिए !!
उन्हें जो भी लगता हो हम तो माफ़ कर दिए !!
शिवम अन्तापुरिया
किरणें भी बहुत कुछ सिखाती हैं
बस सीखने कला मानव को ही सीखनी होगी
©शिवम अन्तापुरिया
मेरे खौंफ़ से मेरे दुश्मन खंज़र भोंका करते हैं
धोखे से भी दुश्मनों की नहीं हम निंदा करते हैं
भले ही जान ले लें आज ही आकरके वो मेरी
कभी भी जान की अपनी नहीं हम चिंता करते हैं
शिवम अन्तापुरिया
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