Monday, June 8, 2020

बेटियाँ क्यों बोझ


सदा क्यों बेटियों को लोग 
बनाए बोझ रहते हैं
 जबकि बेटियों के बिन 
सदा घर शून्य रहते हैं 

शिवम अन्तापुरिया

आप सभी का प्यार यूँ ही मिलता रहे 
साथ-साथ आप सब भी अच्छे दौर से गुजरते रहे 

शिवम अन्तापुरिया

पता है क्या अभी तुमसे मोहब्बत मैं नहीं करता 
जरा सी याद में तेरी मैं खुद से अब नहीं लड़ता
तेरे चंचल ये नैनों की छठा जब से दिखाई दी 
हाँ अक्सर याद से तेरी मेरा अब दिल नहीं डरता

सब कुछ बयाँ बेबयाँ हो गया
 संग उसके भी कुछ अब नया हो गया 
         ~ शिवम अन्तापुरिया

हर बात अलग ही रहती है 
 उसकी हर बातें सुर्खियों में रहती हैं 
~ शिवम अन्तापुरिया

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